मोटापा एवं मधुमेह नाशक दलिया-
गेंहू 500 ग्राम,बाजरा 500 ग्राम,चावल 500 ग्राम,साबुत मूंग 500 ग्राम। सभी को समान मात्रा में लेकर, सेंककर दलिया बना लें। इसमें अजवाईन 20 ग्राम तथा सफेद तिल 50 ग्राम भी मिला लें। आवश्यकतानुसार लगभग 50 ग्राम दलिया को 400 ग्राम पानी में डालकर पकाएं,स्वादानुसार सब्जियों का हल्का नमक मिला लें। नियमित रूप से 15-30 दिन तक दलिया का सेवन करने से मधुमेह समाप्त हो जाता है। मोटापे से पीड़ित ह्रदय रोगी इस दलिया का नियमित सेवन कर निरापद रूप से अपना वजन कम कर सकते हैं।
ह्रदयरोग,अम्लपित्त,उदर रोग एवं मोटापे में लाभप्रद लौकी का रस -
लौकी 500 ग्राम,पुदीना पत्र 7नग,तुलसी पत्र 7नग। उक्त सभी से 1कप रस निकालकर प्रतिदिन प्रात: काल खाली पेट पीने से ह्रदय की धमनियों में हुए अवरोध भी खुल जाते हैं। अम्लपित्त एवं समस्त उदर रोगों का नाश करने के लिए लौकी रस का सेवन नियमित रूप से करना चाहिए।
पुरानी खांसी की अचूक दवा-
काली मिर्च दिनभर में 5-7 नग धीरे-धीरे चूसने से खांसी में पहले ही दिन से तत्काल लाभ मिलता है। एक बार में 2-3 काली मिर्च मुंह में डालकर चूसें। वर्षों पुरानी खाँसी भी इस प्रयोग से ठीक होते देखा गया है।