" संसार में स्वास्थ्य से बढकर कुछ भी नहीं. कहा भी गया है - 'प्रथम सुख निरोगी काया '. जब हम शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ होंगे तभी संसार के किसी भी सुख का आनन्द ले सकेंगे और इसके लिए आवश्यक है अपने स्वाथ्य की रक्षा करना, और फिर बीमार पड़कर इलाज कराने से बेहतर यही है की बीमार पड़ने से बचने के प्रयास किये जाये. इस ब्लॉग में स्वास्थ्य सम्बन्धी विभिन्न विषयों पर बहुमूल्य जानकारी दी गई है जो आपके स्वास्थ्य की देखभाल करने में काफी मददगार साबित होगी." " सर्वे भवन्तु सुखिन:, सर्वे सन्तु निरामया:"
Wednesday, June 1, 2011
नींद पर शोध
नेचर पत्रिका में प्रकाशित एक शोध के अनुसार नींद पूरी न होने की स्थिति में व्यक्ति भले ही जागा हुआ हो,लेकिन उसके मस्तिष्क का एक हिस्सा सोया रहता है. इसके परिणामस्वरूप व्यक्ति की कार्यक्षमता प्रभावित होती है.
हैप्पी केमिकल
लन्दन स्कूल ऑफ़ इकोनामिक्स के विशेषज्ञों के मुताबिक ५ एच टी टी जीन हैप्पी केमिकल का स्राव करता है, जिससे किसी की ख़ुशी व गम का निर्धारण होता है.
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