Monday, June 30, 2008

शरीर पर पाए जाने वाले तिल (mole) का राज

मनुष्य की त्वचा (skin) का रंग कुछ विशिष्ट प्रकार की कोशिकाओं (cells) पर निर्भर करता है।इनमें एक गाढे रंग का पदार्थ "मेलानिन" पाया जाता है.गोरी त्वचा में ये कोशिकाएं अत्यन्त कम तथा सांवली त्वचा में अधिक होती है.कभी-कभी मेलानिन वाली ये कोशिकाएं एक जगह एकत्रित हो जाती हैं,जिससे काले रंग की एक दानेदार आकृति बनती है,जिसे तिल (mole) कहते है.
त्वचा पर तिल की उपस्थिति को ज्योतिष विज्ञान (astrology) से जोड़ना कोरी कल्पना है।

चिट्ठाजगत पर सम्बन्धित: तिल(mole), त्वचा(skin), कोशिका(cell), मेलानिन, ज्योतिष(astrology), रंग,

1 comment:

  1. अच्छि सूचना है। आपको नैचुरोपैथी का अच्छा ज्ञान है।

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